बीच भंवर में फसी मेरी नैया (Beech Bhawar Mein Fasi Meri Naiya)

बीच भंवर में फसी मेरी नैया,

तुम्ही हो खिवैया माँ,

तुम्ही हो खिवैया ॥


तेरा ही भरोसा माँ,

तेरा ही सहारा,

तुम्ही को पुकारा माँ,

तुम्ही को पुकारा,

तेरे ही भरोसे पे,

चले मेरी नैया,

तुम्ही हो खिवैया माँ,

तुम्ही हो खिवैया ॥


बडी तेज आंधी,

तूफानों ने घेरा,

बता कुन है मेरा माँ,

यहाँ कुन है मेरा,

खड़ी क्या हुई के,

चली आ तू मैया,

तुम्ही हो खिवैया माँ,

तुम्ही हो खिवैया ॥


सुनी जब भगत की,

झट दौड़ी आई,

पतवार हाथों ले,

किनारे लगाई,

बडी ही दयालु है,

‘प्रवीण’ मेरी मैया,

तुम्ही हो खिवैया माँ,

तुम्ही हो खिवैया ॥


बीच भंवर में फसी मेरी नैया,

तुम्ही हो खिवैया माँ,

तुम्ही हो खिवैया ॥

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शिव के 108 नामों के जाप

26 फरवरी को इस बार महाशिवरात्रि का पर्व है। ये दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक शिवरात्रि के दिन माता पार्वती और भगवान शिव का विवाह हुआ है।

हाथ जोड़ विनती करू तो सुनियो चित्त लगाये - विनती भजन (Shyam Puspanjali Shri Khatu Shyamji Vinati)

हाथ जोड़ विनती करूं सुणियों चित्त लगाय,
दास आ गयो शरण में रखियो इसकी लाज,

भगवान राम और माता शबरी की भेंट

माता शबरी रामायण की एक महत्वपूर्ण पात्र हैं, जिन्होंने भगवान राम की भक्ति में अपना जीवन समर्पित किया था। शबरी ने भगवान राम और माता सीता की प्रतीक्षा में वर्षों तक वन में निवास किया था।

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