भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए(Bhabhuti Ramaye Baba Bholenath Aaye)

भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,

भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,

भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।


सखी एक बोली मैया बाहर पधारो ,

आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो,

भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो ।

॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥


भरी थार कंचन को मैया सिधारी,

नमन करीके मैया वचन उचारी,

आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी ।

॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥


बोले भोले बाबा मैया आशीष लीजै,

किन्तु एक हेतु मैया सिद्ध करीजै,

लायी के लाल मैया हाथ धरीजै ।

॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए...॥


भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,

भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,

भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।

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मौनी अमावस्या पर ये जरूर करें

साल 2025 में 29 जनवरी दिन बुधवार को मौनी अमावस्या मनाई जाएगी। इस बार मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान किया जाएगा और इस दिन कुछ दुर्लभ संयोग भी बन रहे हैं।

चंदन है इस देश की माटी (Chandan Hai Is Desh Ki Mati)

चंदन है इस देश की माटी,
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नर्मदा जयंती उपाय

गंगा नदी की तरह ही मां नर्मदा को भी बहुत ही पवित्र और पूजनीय माना गया है। भारत में छोटी-बड़ी 200 से अधिक नदियां हैं, जिसमें पांच बड़ी नदियों में नर्मदा भी एक है। इतना ही नहीं, मान्यता है कि नर्मदा के स्पर्श से ही पाप मिट जाते हैं। इसलिए, प्रतिवर्ष माघ महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को नर्मदा जयंती मनाई जाती है।

देकर शरण अपनी अपने में समा लेना(Dekar Sharan Apani Apne Mein Sama Lena)

बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥

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