भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
सखी एक बोली मैया बाहर पधारो ,
आयो एक बाबो दिखे बड़ो मतवारो,
भिक्षा देयीके कहदो आसन पधारो ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
भरी थार कंचन को मैया सिधारी,
नमन करीके मैया वचन उचारी,
आशीष दीजै बाबा सुखी भये मुरारी ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए..॥
बोले भोले बाबा मैया आशीष लीजै,
किन्तु एक हेतु मैया सिद्ध करीजै,
लायी के लाल मैया हाथ धरीजै ।
॥ भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए...॥
भभूती रमाये बाबा भोले नाथ आए,
भोले नाथ आए बाबा डमरू बजाए,
भोले नाथ आए बाबा अलख जगाए ।
अक्सर गंभीर बीमारी में तमाम इलाज के बावजूद राहत नहीं मिलती। मेडिकल रिपोर्ट्स सामान्य आती हैं, लेकिन रोगी की हालत जस की तस बनी रहती है। ऐसी स्थिति में जब आधुनिक चिकित्सा भी जवाब दे दे, तब आध्यात्मिक उपायों की ओर रुख करना चाहिए।
संतान सुख हर विवाहित दंपती का स्वाभाविक अधिकार और आशीर्वाद होता है। कई बार मेडिकल रूप से सब कुछ सामान्य होते हुए भी संतान की प्राप्ति नहीं होती। ऐसे में धार्मिक उपायों और पूजा-पाठ से भी लाभ मिल सकता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, आज 19 जून को आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष कीअष्टमी तिथि के साथ गुरुवार का दिन है। इसके साथ ही आज उत्तर भाद्रपद नक्षत्र के साथ आयुष्मान् योग का निर्माण हो रहा है। चंद्रमा की बात करें मीन राशि में विराजमान रहेंगे।
हर इंसान की यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि वह लंबा, स्वस्थ और सुखद जीवन जिए। कोई नहीं चाहता कि असमय बीमारियों या मानसिक तनाव से उसका जीवन प्रभावित हो।