नवीनतम लेख
भक्तो के घर कभी आओ माँ,
आओ माँ आओ माँ आओ माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ,
परिवार तुम्हारा है,
हमें तेरा ही सहारा है,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
तेरे चरणों में बिछ जाएंगे,
पलकों पर तुमको बिठाएंगे,
हम तेरे भजन मीठे मीठे,
गा गाकर तुझे सुनाएगे,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
तू इस जग की महारानी है,
माँ तुझसे प्रीत पुरानी है,
इस दिल में है ढेरों बातें,
माँ आज तुम्हे बतलानी है,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
ये घर मंदिर बन जाएगा,
माँ एक बार तेरे आने से,
रोशन होगा जीवन मेरा,
माँ तेरी ज्योत जलाने से,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
कहने को ये घर मेरा है,
पर इस पे हक़ माँ तेरा है,
दो दिन के किरायेदार है हम,
‘सोनू’ यहाँ रेन बसेरा है,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
आओ माँ आओ माँ आओ माँ,
भक्तो के घर कभी आओं माँ,
परिवार तुम्हारा है,
हमें तेरा ही सहारा है,
आओं माँ आओं माँ आओं माँ,
भक्तो के घर कभी आओ माँ ॥
........................................................................................................'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।