भरी उनकी आँखों में है, कितनी करुणा
जाकर सुदामा भिखारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
कृपा कितनी करते हैं शरणागतों पे
बता सकते हैं यदि, बता सकते हैं यदि
बता सकते हैं यदि, मिलेंगे विभीषण
पतितों को पावन, वो कैसे बनाते
जटायु सरिस, माँसाहारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
प्रभु कैसे सुनते हैं, दुखियों की आहें
तुम्हें ज्ञात हो राजा, बलि की कहानी
निराधार का कौन, आधार है जग में
ये प्रश्न द्रुपद दुलारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
छ्मा शीलता उनमें, कितनी भरी है
बताएँगे भृगुजी, वो सब जानते हैं
हृदय उनका भावों का, है कितना भूंखा
विदुर सबरी से, बारी बारी से पूछो
है करामात क्या उनके चरणों की रज
जाकर के गौतम की नारी से पूछो
हिंदू धर्म में नवरात्रि का खास महत्व है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता रानी की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को अपार सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
नवरात्रि का पर्व उपासना का पर्व है। सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व होता है।
गुप्त शब्द मतलब गोपनीय यानी छुपी हुई। एक ऐसी आराधना जिसमे माता की अलग तरह की तांत्रिक पूजा की जाती है।
गुप्त नवरात्रि में गुप्त विद्याओं की सिद्धि के लिए साधना की जाती है। इसीलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं।