भरोसा कर तू ईश्वर पर (Bharosa Kar Tu Ishwar Par)

भरोसा कर तू ईश्वर पर,

तुझे धोखा नहीं होगा ।

यह जीवन बीत जायेगा,

तुझे रोना नहीं होगा ॥


कभी सुख है कभी दुख है,

यह जीवन धूप-छाया है ।

हँसी में ही बिता डालो,

बिताना ही यह माया है ॥


जो सुख आवे तो हंस लेना,

जो दुःख आवे तो सह लेना ।

न कहना कुछ कभी जग से,

प्रभु से ही तू कह लेना ॥


यह कुछ भी तो नहीं जग में,

तेरे बस कर्म की माया ।

तू खुद ही धूप में बैठा,

लखे निज रूप की छाया ॥


कहां पे था, कहां तू था,

कभी तो सोच ए बन्दे !

झुकाकर शीश को कह दे,

प्रभु वन्दे ! प्रभु वन्दे ॥

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श्री विन्धेश्वरी चालीसा (Shri Vindheshwari Chalisa)

नमो नमो विन्ध्येश्वरी, नमो नमो जगदम्ब ।
सन्तजनों के काज में, करती नहीं विलम्ब ॥

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे (Agar Nath Dekhoge Avgun Humare)

अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे ॥

श्री सूर्य देव चालीसा (Shri Surya Dev Chalisa)

कनक बदन कुण्डल मकर, मुक्ता माला अङ्ग।
पद्मासन स्थित ध्याइए, शंख चक्र के सङ्ग॥

कृपा मिलेगी श्री राम जी की(Kirpa Milegi Shri Ramji Ki)

किरपा मिलेगी श्री राम जी की,
भक्ति करो, भक्ति करो,

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