भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो ॥
रुठ के बैठी शारदा भुवन में,
शारदा भुवन में,
लंबे लंबे बिखराये अपने केश रे,
रुठ के बैठी हो ॥
रक्तवर्ण के फुलवा माँ मंगावे,
फुलवा मां मंगावे रे,
लंगुरवा पठावे हिंगलाज रे,
रक्तवर्ण के हो ॥
जाओ जाओ बारे रे लंगुरवा,
बारे रे लंगुरवा लाओ फुलवा,
पंखुडिएं जिनमें पाँच रे,
के जाओ लंगुरवा हो ॥
हिंगलाज में बैठी भवानी मैया,
बैठी भवानी मैया,
बिंदिया चमके चमक गुलज़ार रे,
अरे हिंगलाज में हो ॥
भवानी मैया शारदा भजो रे,
शारदा भजो रे,
भर जेहे सकल भण्डार रे,
भवानी मैया हो ॥
अगर प्यार तेरे से पाया ना होता,
तुझे श्याम अपना बनाया ना होता ॥
अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता,
तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता ।
ऐसा दरबार कहाँ,
ऐसा दातार कहाँ,
सेवा में गुजरे,
वक्त हनुमान का,