भवानी मैया शारदा भजो रे (Bhawani Maiya Sharda Bhajo Re)

भवानी मैया शारदा भजो रे,

शारदा भजो रे,

भर जेहे सकल भण्डार रे,

भवानी मैया हो ॥


रुठ के बैठी शारदा भुवन में,

शारदा भुवन में,

लंबे लंबे बिखराये अपने केश रे,

रुठ के बैठी हो ॥


रक्तवर्ण के फुलवा माँ मंगावे,

फुलवा मां मंगावे रे,

लंगुरवा पठावे हिंगलाज रे,

रक्तवर्ण के हो ॥


जाओ जाओ बारे रे लंगुरवा,

बारे रे लंगुरवा लाओ फुलवा,

पंखुडिएं जिनमें पाँच रे,

के जाओ लंगुरवा हो ॥


हिंगलाज में बैठी भवानी मैया,

बैठी भवानी मैया,

बिंदिया चमके चमक गुलज़ार रे,

अरे हिंगलाज में हो ॥


भवानी मैया शारदा भजो रे,

शारदा भजो रे,

भर जेहे सकल भण्डार रे,

भवानी मैया हो ॥


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होरी खेली न जाय (Hori Kheli Na Jaay)

नैनन में पिचकारी दई,
मोय गारी दई,

शेरावाली का सच्चा दरबार है (Sherawali Ka Sacha Darbar Hai)

शेरावाली का सच्चा दरबार है,
यहाँ पे भरते भक्तो के भंडार है,

मां दुर्गा के चमत्कारिक मंदिर

भारत को आध्यात्म और साधना का प्रमुख केंद्र माना जाता है। वर्तमान में चल रहे महाकुंभ ने फिर से पूरे विश्व में यह बात पहुचाई है। नवरात्रि के अलावा यहां प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भी दुर्गाष्टमी मनाई जाती है।

शुक्रवार को किन मंत्रों का जाप करें?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शुक्रवार का दिन सुख, समृद्धि और वैभव के प्रतीक शुक्र देव की उपासना के लिए शुभ माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना करने से धन और सुख-संपत्ति में वृद्धि होती है।

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