भोले की किरपा से हमरे,
ठाठ निराले है,
हम बाबा वाले है,
सुनो जी हम बाबा वाले है ॥
भजनों को तेरे गा कर,
मैं तो मस्ती में रहता,
रस्ते में जो भी मिलता,
हर हर बम बम ही कहता,
कदम कदम पर बन जाते,
भोले रखवाले है,
हम बाबा वाले है,
सुनो जी हम बाबा वाले है ॥
भोले ने जो भी दिया है,
उसे व्यर्थ ना यूँ ही गंवाओ,
भोले की भक्ति करके,
थोड़ा सा कर्ज चुकाओ,
‘श्याम’ का सारा जीवन,
भोले तेरे हवाले है,
हम बाबा वाले है,
सुनो जी हम बाबा वाले है ॥
भोले की किरपा से हमरे,
ठाठ निराले है,
हम बाबा वाले है,
सुनो जी हम बाबा वाले है ॥
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस तिथि पर हस्त नक्षत्र और वृद्धि योग का संयोग बन रहा है।
पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि है। इस तिथि पर चित्रा नक्षत्र और ध्रुव योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा तुला राशि में हैं और सूर्य मीन राशि में मौजूद हैं।
होली भाई दूज भाई-बहन के प्रेम और स्नेह के प्रतीक का त्योहार है, जो होली के बाद मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक कर उसकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करती है।
चैत्र माह हिंदू पंचांग का पहला और अत्यंत पावन महीना है, जिसे भक्ति, साधना और आराधना का प्रतीक माना जाता है। इस महीने से न केवल हिन्दू नववर्ष की शुरुआत होती है, बल्कि प्रकृति में भी बदलाव दिखाई देता है।