Logo

भोले तेरे चरणों की (Bhole Tere Charno Ki)

भोले तेरे चरणों की (Bhole Tere Charno Ki)

भोले तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए,

बाबा तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ॥


सुनता हूँ तेरी रहमत,

दिन रात बरसती है,

एक बूँद जो मिल जाए,

मन की कलि खिल जाए,

भोले तेरे चरणो की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए ॥


ये मन बड़ा चंचल है,

कैसे तेरा भजन करूँ,

जितना इसे समझाऊं,

उतना ही मचल जाए,

भोले तेरे चरणो की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए ॥


नजरों से गिराना ना,

चाहे लाख सजा देना,

नजरो से जो गिर जाए,

मुश्किल है संभल पाए,

भोले तेरे चरणो की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए ॥


भोले इस जीवन में,

बस एक तमन्ना है,

तुम सामने हो मेरे,

मेरा दम ही निकल जाए,

राधे तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए ॥


भोले तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए,

सच कहता हूँ मेरी,

तकदीर बदल जाए,

बाबा तेरे चरणों की,

गर धूल जो मिल जाए ॥


........................................................................................................
Hindu Dharm Me Sabse Bade Bhagwan Kaun Hai (हिंदू धर्म में सबसे बड़ा देवता कौन है)

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, हिंदू धर्म में तैंतीस करोड़ या तैंतीस कोटि देवी-देवता हैं। हालांकि यह भी कहा जाता है कि कुल तैंतीस देवता हैं, जिनमें 8 वसु, 11 रुद्र, 12 आदित्य, इंद्र, प्रजापति शामिल हैं।

हिंदू धर्म में कुल कितने भगवान हैं

जब से सृष्टि है, तब से सनातन धर्म है और तब से ही हमारे देवी-देवता। हिंदू धर्म में सभी देवताओं का अपना महत्व और उनकी आराधना करने का अलग-अलग विधान और फल।

देव दिवाली पर कितने दीप जलाएं

देव दीपावली, जिसे कार्तिक पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, भगवान शिव द्वारा त्रिपुरासुर राक्षस के संहार की याद में मनाया जाता है।

देव दिवाली शुभ योग

हर साल कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाने वाला देव दिवाली पर्व भगवान शिव की विजय का प्रतीक है। इस दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, जिसके उपलक्ष्य में देवताओं ने स्वर्गलोक में दीप जलाकर दिवाली मनाई थी।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang