भोलेनाथ की शादी है हम सारे जाऐंगे,
भोलेनाथ की शादी में नाचेंगे गाएंगे,
आज भोलेनाथ की शादी है ,
मेरे नाथ की शादी है ॥
नाचे गाऐ खुशी मनाऐ, जिन को आया न्योता,
मामा के संग चला भांजा, गा गा के संग पोता,
त्यारी कर ली है,
सज धज कर जाऐंगे,
भोलेनाथ की शादी है हम सारे जाऐंगे ॥
नारद शारद भुत प्रेत भी, बन आऐ बाराती,
शुक्र शनिशर राहु केतु, नाच रहे संग साथी,
दर पारवती जा के,
ड दंग मचाएंगे,
भोलेनाथ की शादी है हम सारे जाऐंगे ॥
दुल्हा है या कोई जोगी, सब को हुई हैरानी,
जोगी रूप में शिव शंभु को, नमन करे कल्याणी,
शिव शक्ति मिलन होगा,
खुशी देव मनाएंगे,
भोलेनाथ की शादी है हम सारे जाऐंगे ॥
हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा और व्रत का विशेष महत्व है। नवंबर माह की शिवरात्रि मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में पड़ती है, और यह दिन भोलेनाथ को प्रसन्न करने का उत्तम अवसर है।
हिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से भक्तों को विशेष फल की प्राप्ति होती है।
वैदिक ज्योतिष में मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत को भगवान शिव की कृपा पाने का विशेष अवसर माना गया है। इस दिन भक्त अपने-अपने तरीके से भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करते हैं और शिवजी को प्रसन्न करने के लिए व्रत भी रखते हैं।
अर्घ कपाले झूलता,
सो दिन करले याद ।