पूछते हो कैसे
पूछते हो कैसे
चले आएँगे मुरारी
कौनसी सुनाए धुन
लगे उन्हे प्यारी
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
पूछते हो कैसे
चले आएँगे मुरारी
कौनसी सुनाए धुन
लगे उन्हे प्यारी
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
कण कण में बसे गोपाला
वृंदावन का नंदलाला
राधा के प्रेम में, बाँधा है
इस जग का पालनहारा
पावन प्रेम के धागे
पावन प्रेम के धागे
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
यशोदा माँ के घर में
है श्यामसुंदर का बसेरा
यशोदा मैया के आँगन में
खेले कृष्ण-कन्हैया
यशोदा माँ के घर में
है श्यामसुंदर का बसेरा
बरसाने की गलियो में
राधा के प्रेम का डेरा
लगन प्रीत की है लगी
कान्हा जो प्रेम में भागे
बोल राधे, बोल राधे
चले आएँगे मुरारी
बोल राधे
ऐ मुरली वाले मेरे कन्हैया,
बिना तुम्हारे तड़प रहे हैं,
ए पहुना एही मिथिले में रहु ना,
जउने सुख बा ससुरारी में,
ऐ री मैं तो प्रेम-दिवानी,
मेरो दर्द न जाणै कोय ।
अगर माँ ने ममता लुटाई ना होती,
तो ममतामयी माँ कहाई ना होती ॥