बोल सुवा राम राम, मीठी मीठी वाणी रे (Bol Suva Ram Ram Mithi Mithi Vani Re)

बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


दोहा – राम किया सुख उपजे,

और कृष्ण किया दुःख जाय,

एक बार हरी ॐ रटे,

तो भव बंधन मिट जाय ॥


बोल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


सोने के डाल सुवा,

पिंजरों घलाउ रे,

पिंजरे में मोत्यां वाली,

झालरी लगाउ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


चंपा के डाल सुवा,

हिंडोरो घलाउ रे,

हिंडोरे बिठा में थाने,

हाथ स्यु हिंडावु रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


घिरत मिठाई सुवा,

लापसी बनाऊ रे,

आँवले रो रस तने,

घोल घोल पावू रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


पगलिया रे माई तने,

पजड़िया पहनाऊ रे,

मीरा गिरधारी सरने,

आया सुख पाऊ रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥


बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे,

बोंल सुवा राम राम,

मीठी मीठी वाणी रे ॥

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मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के उपाय

हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाता है। मार्गशीर्ष माह में ये पर्व 22 नवंबर को मनाया जा रहा है।

जय जय देवा जय गणपति देवा (Jai Jai Deva Jai Ganpati Deva)

जय जय देवा जय गणपति देवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,

मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो (Maiya Kripa Kar Do Jholi Meri Bhar Do)

मैया कृपा करदो,
झोली मेरी भरदो ।

वट सावित्री व्रत की तिथि और मुहूर्त

हिंदू धर्म में वट सावित्री व्रत का विशेष महत्व है। यह व्रत विशेष रूप से विवाहित स्त्रियों द्वारा अपने पति की लंबी उम्र, सुखद वैवाहिक जीवन और अखंड सौभाग्य की कामना के लिए किया जाता है।

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