चाहे राम भजो चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है,
दोनों हितकारी है,
विष्णु जी के अवतारी है,
चाहे राम भजों चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है ॥
राम जी जन जन के आदर्श,
गर्व करे इनपे भारतवर्ष,
श्याम बजाए बांसुरी,
और रचाए रास,
ब्रजमंडल से विश्व में,
पहुंची कृष्ण सुवास,
हरे कृष्ण हरे राम के अगणित,
दरश भिखारी है,
दोनों हितकारी है,
विष्णु जी के अवतारी है,
चाहे राम भजों चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है ॥
शिव का धनुष तोड़,
गठबंधन जोड़,
राम जी सिया जी का,
वरण कर लाए थे,
द्वारिका के राजा कृष्ण,
प्रेमिका की पीड़ा जान,
मंदिर से रुक्मणि,
हरण कर लाए थे,
राम ने पारण किया,
एक पत्नीव्रत,
मिथिला में दिए हुए,
वचन निभाए थे,
प्रेममूर्ति त्यागमूर्ति,
सीताराम जी ने मिल,
शुभ दिन दूर दिन,
संग बिताए थे,
असुरण को देते शरण,
मोहन कृष्ण उदार,
तभी तो ले ली शरण में,
रानियाँ सोलह हजार,
एक मर्यादा के पालक,
एक प्रेम पुजारी है,
दोनों हितकारी है,
विष्णु जी के अवतारी है,
चाहे राम भजों चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है ॥
राम राजा है दीनदयाल,
कृष्ण लाला है परम कृपाल,
दोनों रहते है सदा,
नीज प्रण के आधीन,
दुर्जन को दण्डित करे,
सज्जन को स्वाधीन,
राम श्याम ने,
बडी बडी विपदा,
पल में टाली है,
दोनों हितकारी है,
विष्णु जी के अवतारी है,
चाहे राम भजों चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है ॥
चाहे राम भजो चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है,
दोनों हितकारी है,
विष्णु जी के अवतारी है,
चाहे राम भजों चाहे श्याम,
नाम दोनों हितकारी है ॥
नए साल 2025 की शुरुआत होने वाली है और हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है और इस दिन भगवान विष्णु संग मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है जो साधक की हर मनोकामना पूरी करने और पृथ्वी लोक पर स्वर्ग समान सुखों की प्राप्ति करने में मदद करता है।
उपनयन संस्कार, जिसे जनेऊ संस्कार के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म में 16 संस्कारों में से 10वां संस्कार है। यह संस्कार पुरुषों में जनेऊ धारण करने की पारंपरिक प्रथा को दर्शाता है, जो सदियों से चली आ रही है।
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हिंदू धर्म में विवाह को एक पवित्र संस्कार माना जाता है जो दो लोगों के साथ-साथ दो परिवारों को भी जोड़ता है। वैदिक शास्त्रों में कहा गया है कि शादी एक पवित्र रिश्ता है और इसे हमेशा शुभ समय पर किया जाना चाहिए। विवाह के लिए शुभ समय और तारीख का निर्धारण करना महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका प्रभाव हमारे जीवन पर पड़ता है।