चलो मन वृन्दावन की ओर,
प्रेम का रस जहाँ छलके है,
कृष्णा नाम से भोर,
चलो मन वृंदावन की ओर ॥
भक्ति की रीत जहाँ पल पल है,
प्रेम प्रीत की डोर,
राधे राधे जपते जपते,
दिख जाए चितचोर,
चलो मन वृंदावन की ओर ॥
उषा की लाली के संग जहाँ,
कृष्णा कथा रस बरसे,
राधा रास बिहारी के मंदिर,
जाते ही मनवा हरषे,
ब्रिज की माटी चंदन जैसी,
मान हो जावे विभोर,
चलो मन वृंदावन की ओर ॥
वन उपवन में कृष्णा की छाया,
शीतल मन हो जाए,
मन भी हो जाए अति पावन,
कृष्णा कृपा जो पाए,
नारायण अब शरण तुम्हारे,
कृपा करो इस ओर,
चलो मन वृंदावन की ओर ॥
आज का दिन यानी 5 जून 2025 तारीख है। इस दिन को जोड़ने पर कुल योग बनता है 5 + 6 + 2 + 0 + 2 + 5 = 20 → 2 + 0 = 2। यानी आज का मूलांक बनता है 2। अंक 2 का संबंध चंद्रमा से होता है, जो भावनाओं, संवेदनाओं और रिश्तों का प्रतिनिधित्व करता है।
आज दिनांक 6 जून 2025 है और अंक ज्योतिष के अनुसार इसका मूलांक बनता है 6। अंक 6 शुक्र ग्रह का प्रतीक माना जाता हैI
आज का दिन यानी 7 जून 2025, अंक ज्योतिष के नजरिए से खास है। जिन लोगों की जन्मतिथि 7, 16 या 25 है, उनका मूलांक 7 होता है। आज का दिनांक 7 के प्रभाव में है, जो कि केतु ग्रह का अंक माना जाता है।
अंक ज्योतिष के अनुसार, हमारे जीवन पर अंकों का गहरा असर होता है। हर तारीख और हर अंक का एक विशेष महत्व होता है, जो व्यक्ति के व्यवहार, सोच और भाग्य को प्रभावित करता है।