बाबा का बुलावा आ गया,
चलो सालासर भक्तो,
वहां बैठे अंजनी लाल,
करते इक पल में कमाल,
अब मैं इससे ज़्यादा क्या कहूं,
भक्तों के मन को भा गया,
चलो सालासर भक्तों,
हनुमत का बुलावा आ गया,
चलो सालासर भक्तों,
बाबा का बुलावां आ गया,
चलो सालासर भक्तों ॥
वहां बजते ढोल नगाड़े,
नाचे हैं भक्त प्यारे,
हैं रंग गुलाल उड़ाएं,
मस्ती में झूमे जाएँ,
भक्तों को खूब नचा गया,
चलो सालासर भक्तों,
बाबा का बुलावां आ गया,
चलो सालासर भक्तों ॥
कोई पैदल चलके जाए,
हाथों में ध्वजा उठाये,
बाबा को खूब रिझायें,
जयकारे खूब लगाएं,
बाबा पल में ख़ुशी दिखा गया,
चलो सालासर भक्तों,
बाबा का बुलावां आ गया,
चलो सालासर भक्तों ॥
‘मोना प्रिंस’ भी दर पे जाएँ,
चरणों में शीश झुकाएं,
हैं सवामणि लगवाएं,
है दर पे ज्योत जगाएं,
संकट को दूर भगा गया,
चलो सालासर भक्तों,
बाबा का बुलावां आ गया,
चलो सालासर भक्तों ॥
बाबा का बुलावा आ गया,
चलो सालासर भक्तो,
वहां बैठे अंजनी लाल,
करते इक पल में कमाल,
अब मैं इससे ज़्यादा क्या कहूं,
भक्तों के मन को भा गया,
चलो सालासर भक्तों,
हनुमत का बुलावा आ गया,
चलो सालासर भक्तों,
बाबा का बुलावां आ गया,
चलो सालासर भक्तों ॥
शरण तेरी आयो बांके बिहारी,
शरण तेरी आयों बांके बिहारी ॥
शीश गंग अर्धंग पार्वती,
सदा विराजत कैलासी ।
साल 2024 की पौष माह की अमावस्या सोमवार, 30 दिसंबर को पड़ रही है। यह साल 2024 की आखिरी अमावस्या होने वाली है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर भगवान शिव की पूजा का विधान है।
पार करो मेरा बेडा भवानी,
पार करो मेरा बेडा।