चरणों में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना,
चरणो में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना,
अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ,
अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ,
इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ,
इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ,
चरणो में रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
गहरी नदियाँ नाँव पुरानी,
हाथो से पतवार छुट गयी,
संगी साथी मोड़ गए मुंह,
माथे लिखी लकीर रूठ गयी,
तु ही खिवैया,
तू ही किनारा है माँ,
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणो में रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
बन के सवाली ये जग सारा,
पाता है तुझसे नजराने,
मै क्या बोलू मुझ से ज्यादा,
मेरे मन की माँ तू जाने,
भूल क्या हुई जो यूँ बिसारा है माँ
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणो में रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
भरे हुए भंडार माँ तेरे,
मेरी खाली झोली तरसे,
ताने देगी दुनिया सारी,
‘लख्खा’ लौट गया जो दर से,
कवला सरल इतना हारा है माँ,
एक तुझे हर घडी ही पुकारा है माँ
चरणो में रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
चरणों में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना,
चरणो में रखना,
मैया जी मुझे चरणों में रखना,
अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ,
अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ,
इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ,
इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ,
चरणों मे रखना,
मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग 12 ज्योतिर्लिंगों में पांचवे स्थान पर आता हैं। केदारनाथ धाम दुनिया का एक मात्र ऐसा धाम है जो बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ चार धाम और पंच केदार का भी हिस्सा है।
भारत में अलग-अलग स्थानों पर 12 ज्योतिर्लिंगों है। इनमें छठा ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे से लगभग 110 किलोमीटर दूर सह्याद्रि पर्वत पर स्थापित है।
पुराणों और शास्त्रों में 12 ज्योतिर्लिंग का बहुत महत्व बताया गया है। इन ज्योतिर्लिंगों से जुड़ी अपनी पौराणिक कथा और धार्मिक मान्यताएं है। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में सातवे नंबर पर आने वाला काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग दुनिया भर में काफी प्रसिद्ध है।
हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंगो का बहुत महत्व है। कहा जाता है इन 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इन द्वादश ज्योतिर्लिंगों में नौवां ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ या बाबा वैद्यनाथ धाम झारखंड के देवघर में है।