चुटकी बजाये हनुमान,
प्रभु का करे ध्यान,
जम्हाई ले ना पाए भगवान,
हनुमान तेरी जय हो,
बलवान तेरी जय हो,
पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥
भक्ति निराली शक्ति निराली,
संकटो से मुक्ति दिलाने वाली,
कहते भगवान है,
वीर हनुमान है,
सीता माँ कहे तू प्यारा बजरंगबली,
सीता माँ कहे तू प्यारा बजरंगबली,
तूने सीना चिर के सबको दिखाया,
सीता और राम जी का दर्शन कराया,
तेरी महिमा है सबसे महान ॥
चूटकी बजाये हनुमान,
प्रभु का करे ध्यान,
जम्हाई ले ना पाए भगवान,
हनुमान तेरी जय हो,
बलवान तेरी जय हो,
पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥
तू सोटे वाला अंजनी का लाला,
हाथो में पर्वत उठाने वाला,
सिंदूर माता ने थोड़ा लगाया,
तूने तो सिंदूरी कर ली काया,
तूने मन जीता माँ सीता सती का,
तूने मन जीता माँ सीता सती का,
तूने प्यार पाया सीता पति का,
गाये वैरागी तेरे गुणगान ॥
चूटकी बजाये हनुमान,
प्रभु का करे ध्यान,
जम्हाई ले ना पाए भगवान,
हनुमान तेरी जय हो,
बलवान तेरी जय हो,
पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥
चूटकी बजाये हनुमान,
प्रभु का करे ध्यान,
जम्हाई ले ना पाए भगवान,
हनुमान तेरी जय हो,
बलवान तेरी जय हो,
पाया तूने प्रभु जी से ये सम्मान ॥
प्रयागराज में 2025 में होने वाले महाकुंभ की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। हर 12 साल में आयोजित होने वाला यह धार्मिक महोत्सव भारत में एक बड़ा आयोजन है, जिसमें लाखों श्रद्धालु और साधु-संत गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान करने आते हैं।
सप्ताह के हर दिन किसी न किसी ग्रह की पूजा होती है। मंगलवार का दिन मंगल ग्रह को समर्पित है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मंगल ग्रह को शक्ति और ऊर्जा का कारक माना जाता है। इस दिन की पूजा विधि और नियमों का पालन करने से मंगल ग्रह प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
हिंदू धर्म, अपनी प्राचीन परंपराओं और मान्यताओं के लिए जाना जाता है। हिंदू धर्म शास्त्रों में ऐसी अनेक बातें लिखी हुई हैं जो हमारी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी हुई हैं। ये मान्यताएं पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही हैं। आपने अक्सर अपने बड़ों से सुना होगा कि रात में झाड़ू नहीं लगाना चाहिए या शाम के बाद तुलसी को नहीं छूना चाहिए।
सनातन धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी का एक विशेष महत्व है, जो हर माह अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। 2025 में पहली मासिक दुर्गाष्टमी 7 जनवरी को मनाई जाएगी। इस दिन मां दुर्गा का पूजन और व्रत किया जाता है। जो भी इस दिन मां दुर्गा की पूजा और व्रत करता है।