दर्श करा दे मेरे सांवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
म्हारी हालत बस तू ही जाने,
रो रो गुज़ारू दिल ना माने,
कैसे जियुं श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
एक बस तू ही दिखे मुझको,
दिल की सुनाउँ मैं किसको,
धीर बंधाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
मेरा भरोसा बस एक तू,
दिल में श्याम एक बस तू,
पीर मिटाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
प्रेम का डोरी से तूने बाँधा,
‘दीपक’ श्याम से जन्मों का नाता,
दर्श दिखाओ श्याम मेरे सांवरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
दर्श करा दे मेरे सांवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे,
थारा कुछ भी ना लगे,
थारे बिन जी ना लगे,
दर्श करा दे मेरे साँवरे,
म्हारे नैना हुए बावरे ॥
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। इस तिथि पर मघा नक्षत्र और सुकर्मा योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा सिंह राशि में हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं।
होली तिथि 2025: होली खुशियों, उल्लास, रंगों और उत्साह का त्योहार है जिसका हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है। लोग अपने सारे गिले-शिकवे भूलकर एक-दूसरे पर रंग और गुलाल लगाकर प्यार के रंग में सराबोर हो जाते हैं। होली का त्योहार पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। इस तिथि पर पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र और धृति योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा सिंह राशि में हैं और सूर्य कुंभ राशि में मौजूद हैं।
पंचांग के अनुसार फाल्गुना माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है। इस तिथि पर उत्तर फाल्गुनी नक्षत्र और शूल योग का संयोग बन रहा है। वहीं चंद्रमा कन्या राशि में हैं और सूर्य मीन राशि में मौजूद हैं।