दर्शन कर लो रे भक्तो,
मेहंदीपुर धाम का,
डंका बाजे है यहाँ पे,
बाबा के नाम का,
दर्शन कर लो रे भक्तों,
मेहंदीपुर धाम का ॥
ये सच्चा दरबार यहाँ पे,
रहते बजरंग बाला,
अंजनी माँ के लाला,
प्रेतराज भैरो संग जी के,
भूतो का ये दीवाना,
जादू करे निराला,
चर्चा है भारी है जग में,
इनके तो काम का,
डंका बाजे है यहाँ पे,
बाबा के नाम का,
दर्शन कर लो रे भक्तों,
मेहंदीपुर धाम का ॥
इस मंदिर में आकर देखो,
मूरत राम सिया की,
मूरत राम सिया की,
बड़े ही मनभावन है भक्तो,
यहाँ पे इनकी झांकी,
सबके मन को भाति,
प्यारा नज़ारा यहाँ तो,
आठों ही याम का,
डंका बाजे है यहाँ पे,
बाबा के नाम का,
दर्शन कर लो रे भक्तों,
मेहंदीपुर धाम का ॥
ये है पंचमुखी हनुमाना,
शक्ति इनकी भारी,
ये शिव के अवतारी,
करके इनको नमन यहाँ पे,
लौटते है नर नारी,
इनकी महिमा न्यारी,
सारा ही खेल ये तो,
प्रभु श्री राम का,
डंका बाजे है यहाँ पे,
बाबा के नाम का,
दर्शन कर लो रे भक्तों,
मेहंदीपुर धाम का ॥
दर्शन कर लो रे भक्तो,
मेहंदीपुर धाम का,
डंका बाजे है यहाँ पे,
बाबा के नाम का,
दर्शन कर लो रे भक्तों,
मेहंदीपुर धाम का ॥
धरती गगन में होती है,
तेरी जय जयकार ॥
ढोलिडा ढोल रे वागाड़,
मारे हिंच लेवी छे,
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। भक्त अपने घरों में श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा करते हैं।
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी धार्मिक दृष्टि से इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भगवान कृष्ण की अद्भुत लीलाओं और शिक्षाओं को स्मरण करने का दिवस माना जाता है।