दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता,
पुजारी सारी दुनिया ॥
द्वारे पे उसके जाके,
कोई भी पुकारता,
परम कृपा दे अपनी,
भव से उभारता ।
ऐसे दीनानाथ पे,
बलिहारी सारी दुनिया,
बलिहारी सारी दुनिया,
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता,
पुजारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम, दाता एक राम
दो दिन का जीवन प्राणी,
कर ले विचार तू,
प्यारे प्रभु को अपने,
मन में निहार तू ।
बिना हरी नाम के,
दुखिआरी सारी दुनिया,
दुखिआरी सारी दुनिया,
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता,
पुजारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम, दाता एक राम
नाम का प्रकाश जब,
अंदर जगायेगा,
प्यारे श्री राम का तू,
दर्शन पायेगा ।
ज्योति से जिसकी है,
उजयारी सारी दुनिया,
उजयारी सारी दुनिया,
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम,
भिखारी सारी दुनिया ।
राम एक देवता,
पुजारी सारी दुनिया ॥
दाता एक राम, दाता एक राम
संन्यास और वैराग्य, दोनों ही आध्यात्मिक साधना के प्रमुख मार्ग हैं। परंतु, जब भी लोग किसी संन्यासी को देखते हैं तो अक्सर उन्हें वैरागी समझ लिया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दोनों ही उच्च आध्यात्मिक साधना और ईश्वर की भक्ति से जुड़े होते हैं।
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