बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥
कही धरती डोले है कही अंबर है बरसे,
तुमसे मिलने को भोले मिलने ना दे करते,
मुश्किल बड़ी राहें है रस्ता भी दिखा देना,
बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥
दर दर क्यों भटकु मैं कुछ मुझमे कमी होगी,
अपनी सेवक रखलो कदमो में जमीन होगी,
हलातों से लड़ लड़कर जीना भी सीखा देना,
बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥
जब भी पुकारू मैं तुमको तुम्हे आना ही होगा,
इतनी विनती है मेरी तुम्हे पार लगाना होगा,
जैसी हु तेरी हु चरणों में जगह देना,
बरपा है केहर भोले आकर के बचा लेना,
देकर शरण अपनी अपने में समा लेना ॥
अप्रैल 2025 का महीना मीन राशि के जातकों के लिए कई नए अवसर और चुनौतियां लेकर आ रहा है। इस महीने में आपको अपने परिवार, करियर, और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन बनाने की आवश्यकता होगी।
फरवरी का महीना ग्रह गोचर के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने में सूर्य के कुंभ राशि में प्रवेश करने से एक वर्ष के बाद शनि और सूर्य का संयोग बनेगा जो कई राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लेकर आएगा।
2 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी पर शनि का नक्षत्र गोचर होगा। इस दिन सुबह 8.51 मिनट पर शनि पूर्व भाद्रपद के प्रथम पद से द्वितीय पद में गोचर करेंगे। पूर्वभाद्रपद नक्षत्र के स्वामी बृहस्पति हैं, जो भाग्य के कारक ग्रह हैं।
फरवरी का महीना ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रह-गोचर के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है। इस महीने में सूर्य, मंगल, बुध और बृहस्पति ये चार ग्रह अपनी चाल बदलेंगे जिससे कई राशियों के जीवन में तरक्की और कमाई के नए अवसर आएंगे।