दिल की कुटिया, में मेरी आ जाओ(Dil Ki Kutiya Mein Meri Aa Jao)

श्याम दर्शन,

जरा दिखा जाओ,

दिल की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


मैंने कुटिया बहुत सजाई है,

मैंने कुटिया बहुत सजाई है,

खुशबु अपनी जरा लुटा जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


खातरी तेरी सांवरे होगी,

खातरी तेरी सांवरे होगी,

भाव दिल के जरा जगा जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


कुछ कहेंगे तो कुछ सुनेंगे तेरी,

कुछ कहेंगे तो कुछ सुनेंगे तेरी,

हमको मदहोश तो बना जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


दील की कुटिया में कुछ कमी तो नहीं,

दील की कुटिया में कुछ कमी तो नहीं,

गर कमी है कमी पूरा जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


दील की कुटिया करीब है तेरे,

दील की कुटिया करीब है तेरे,

तुम जरा सा करीब आ जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


‘नंदू’ हर हाल में तुम्हे चाहे,

‘नंदू’ हर हाल में तुम्हे चाहे,

प्रेम ऐसा प्रभु जगा जाओ,

दील की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥


श्याम दर्शन,

जरा दिखा जाओ,

दिल की कुटिया,

में मेरी आ जाओ ॥

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है अनुपम जिसकी शान, उसको कहते है हनुमान,

तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो(Tera Dar Mil Gaya Mujhko Sahara Ho To Aisa Ho)

तेरा दर मिल गया मुझको,
सहारा हो तो ऐसा हो ॥

लाल ध्वजा लहराये रे, मैया तोरी ऊंची पहड़ियान (Lal Dhwaja Lahraye Re Maiya Teri Unchi Pahadiya)

लाल ध्वजा लहराये रे,
मैया तोरी ऊंची पहड़िया ॥

राधा रानी की पूजा विधि

मासिक कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर माह कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है।

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