दृष्टि हम पे दया की माँ डालो(Drashti Hum Par Daya Ki Maa Dalo)

दृष्टि हम पे दया की माँ डालो,

बडी संकट की आई घड़ी है ।

द्वार पर तेरे हम भी खड़े है,

आँखो में आँसुओ कि झड़ी है ॥


निर्बल का सहारा यही है,

रास्ता दुसरा ना कही है ।

तेरा दर्श अगर तू दिखा दे,

टूट जाये गमो की लड़ी है ॥


सारे भक्तो को तुमने है तारा,

वासता तुमसे भी है हमारा ।

तार दे माँ तेरे बालकों को,

हम पर विपदा ही ऐसी पड़ी है ॥


फरियादों की झोली अड़ी है,

फते करने को माँ तू खड़ीं है ।

ये शिवाजी को आशिष दे कर,

धन्य करदे तू सबसे बड़ी है ॥


दृष्टि हम पे दया की माँ डालो,

बडी संकट की आई घड़ी है ।

द्वार पर तेरे हम भी खड़े है,

आँखो में आँसुओ कि झड़ी है ॥

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मेरी अंखियों के सामने ही रहना ओ शेरोंवाली जगदम्बे

मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे
(मेरी अखियों के सामने ही रहना, ओ, शेरों वाली जगदम्बे)

नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है(Naam Meri Radha Rani Ka Jis Jis NeGaya Hai)

नाम मेरी राधा रानी का जिस जिस ने गाया है,
बांके बिहारी ने उसे अपना बनाया है,

महिमा भोलेनाथ की सुनाएंगे (Mahima Bholenath Ki Sunayenge)

जय जय नमामि शंकर,
गिरिजापति नमामि शंकर,

मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर इन मंत्रों का करें जाप

पंचांग के अनुसार, इस वर्ष मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर को मनाई जा रही है। हिन्दू धर्म में यह एक महत्वपूर्ण तिथि है, जो भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा के लिए समर्पित है।

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