एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
श्री राधे, श्री राधे
श्री राधे, श्री राधे
श्री राधे, श्री राधे
दासी की झोली भरदो,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
माना की मैं पतित बहुत हूँ,
माना की मैं पतित बहुत हूँ,
तेरो पतित पावन है नाम,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
जो तुम मेरे अवगुण देखो,
जो तुम मेरे अवगुण देखो,
मत रखना कोई हिसाब,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
चंद्रा सखी भज बल कृष्णा छवि,
चंद्रा सखी भज बल कृष्णा छवि,
तेरे चरणों में जाऊ बलिहार,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
श्री राधे, श्री राधे
श्री राधे, श्री राधे
श्री राधे, श्री राधे
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
एक नजर कृपा की कर दो,
लाडली श्री राधे ।
सपनों की दुनिया बहुत विचित्र है। हमारे धार्मिक ग्रंथों से लेकर आज के विज्ञान तक में सपनों को समझने और उनके बारे में जानकारी देने की कोशिश की गई है। लेकिन सपनों का रहस्य आज भी एक रहस्य ही बना हुआ है।
संगम नगरी “प्रयागराज” जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती का मिलन होता है। इस पावन और ऐतिहासिक स्थल पर 12 साल के लंबे इंतजार के बाद महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन होने जा रहा है।
Iमहाकुंभ मेला हिंदू धर्म के सबसे बड़े पर्वों में से एक है। ये प्रत्येक 12 साल में आयोजित होता है। इसके बीच 6 साल के अंतराल पर अर्धकुंभ और हर 3 साल में कुंभ मेले का आयोजन भी किया जाता है।
कुंभ मेला भारत का एक अत्यंत महत्वपूर्ण और विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आयोजन है। यह मेला हर 12 साल में चार विशेष स्थानों पर आयोजित किया जाता है: प्रयागराज (इलाहाबाद), हरिद्वार, उज्जैन और नासिक।