गाइये गणपति सुबहो शाम,
मंगलमूर्ति मंगलकारी,
पावनकारी तेरो नाम,
गाइये गणपति सुबहों शाम ॥
रिद्धि सिद्धि के तुम ही ज्ञाता,
तुम ही देते विद्या ज्ञान,
भक्तजनों के तुम ही ध्याता,
जग सारा है तेरा धाम,
गाइये गणपति सुबहों शाम ॥
तेरी शरण में जो भी आया,
पाए जग में शीतल छाया,
सारा जग है तेरी माया,
सफल करता तू सब काम,
गाइये गणपति सुबहों शाम ॥
गाइये गणपति सुबहो शाम,
मंगलमूर्ति मंगलकारी,
पावनकारी तेरो नाम,
गाइये गणपति सुबहों शाम ॥
मार्गशीर्ष महीने में पूर्णिमा तिथि अन्नपूर्णा जयंती के रूप में मनाई जाती है। इस साल अन्नपूर्णा जयंती 15 दिसंबर 2024 को है। मां अन्नपूर्णा की कृपा से अन्न-धन का भंडार सदैव भरा रहता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन मां पार्वती माता अन्नपूर्णा के रूप पृथ्वी पर प्रकट हुई थीं। इसलिए हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को अन्नपूर्णा जयंती मनाई जाती है।
प्रभुजी मोरे/मेरे अवगुण चित ना धरो,
समदर्शी प्रभु नाम तिहारो,
प्रभु जी तुम चंदन हम पानी,
जाकी अंग-अंग बास समानी,