Logo

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं (Gajmukham Dvibhujam Deva Lambodaram)

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं (Gajmukham Dvibhujam Deva Lambodaram)

गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥


कौन कहते है गणराज आते नही,

भाव भक्ति से उनको बुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज खाते नही,

भोग मोदक का तुम खिलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज सोते नही,

माता गौरा के जैसे सुलाते नही ॥


कौन कहते है गणराज नाचते नही,

रिद्धि सिद्धि के जैसे नचाते नही ॥


गजमुखं द्विभुजं देवा लम्बोदरं,

भालचंद्रं देवा देव गौरीशुतं ॥

........................................................................................................
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ (Akhiya Hari Darshan Ki Pyasi)

हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी ॥

अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे: भजन (Ambe Ambe Bhavani Maa Jagdambe)

अम्बे अम्बे माँ अम्बे अम्बे,
अम्बे अम्बे भवानी माँ जगदम्बे ॥

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये: भजन (Ambe Kaha Jaye Jagdambe Kaha Jaye)

अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये,
बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeBook PoojaBook PoojaTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang