नवीनतम लेख
गणपति तेरे चरणों की,
बप्पा तेरे चरणों की,
पग धूल जो मिल जाए,
सच कहता हूँ गणपति,
तकदीर सम्भल जाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
सुनते है तेरी रेहमत,
दिन रात बरसती है,
इक बूँद जो मिल जाए,
मन की कली खिल जाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
ये मन बड़ा चंचल है,
कैसे तेरा भजन करूँ,
जितना इसे समझाऊं,
उतना ही मचल जाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
नजरो से गिराना ना,
चाहे जो भी सजा देना,
नजरो से जो गिर जाए,
मुश्किल ही संभल पाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
बप्पा इस जीवन की,
बस एक तम्मना है,
तुम सामने हो मेरे,
मेरा दम ही निकल जाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
गणपति तेरे चरणों की,
बप्पा तेरे चरणों की,
पग धूल जो मिल जाए,
सच कहता हूँ गणपति,
तकदीर सम्भल जाए,
गणपति तेरें चरणों की ॥
........................................................................................................'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।