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गौरी के पुत्र गणेंश जी, मेरे घर में पधारो (Gauri Ke Putra Ganesh Ji Mere Ghar Mein Padharo)

गौरी के पुत्र गणेंश जी, मेरे घर में पधारो (Gauri Ke Putra Ganesh Ji Mere Ghar Mein Padharo)

गौरी के पुत्र गणेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥


दोहा – सदा भवानी दाहिनी,

सन्मुख रहे गणेश,

पाँच देव रक्षा करें,

ब्रह्मा विष्णु महेश ॥


गौरी के पुत्र गणेश जी,

मेरे घर में पधारो,

घर में पधारो,

कीर्तन में पधारो,

काटो सकल कलेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥


एकदन्त दयावन्त चारभुजा धारी,

माथे सिंदूर सोहे मूस की सवारी,

हे सर्व सिद्धि सर्वेश जी,

मेरे घर में पधारो,

गोरी के पुत्र गणेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥


मोदक प्रिय मुद मंगल दाता,

विद्या वारिधि बुद्धि विधाता,

हे गणपति पुत्र उमेश जी,

मेरे घर में पधारो,

गोरी के पुत्र गणेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥


शंकर सुवन भवानी के नंदन,

चरण कमल पे शत शत वंदन,

मेरे हृदय करो प्रवेश जी,

मेरे घर में पधारो,

गोरी के पुत्र गणेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥


गौरी के पुत्र गणेंश जी,

मेरे घर में पधारो,

घर में पधारो,

कीर्तन में पधारो,

काटो सकल कलेश जी,

मेरे घर में पधारो ॥

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आदि अंत मेरा है राम (Aadi Ant Mera Hai Ram)

आदि अंत मेरा है राम,
उन बिन और सकल बेकाम ॥

छठ पूजा: आदितमल के पक्की रे सड़कीया - छठ गीत (Aaditamal Ke Pakki Re Sadkiya)

आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान,

आई होली सावरिया: भजन (Aae Holi Sawariya)

धूम मचाने आ जइयो आई होली सावरिया,
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आई बागों में बहार, झूला झूले राधा प्यारी (Aai Bhagon Me Bahar Jhula Jhule Radha Rani)

आई बागों में बहार,
झूला झूले राधा प्यारी ।

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