गौरी नंदन थारो अभिनंदन,
करे सारो परिवार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
बल और बुद्धि को तो,
थारो भंडार है,
तीनो लोक में पहलो,
थारो अधिकार है,
थारी पूजा सबसे पहले,
करे सारो संसार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
विघ्न विनाशक सारी,
विपदा मिटाओ,
रिद्धि सिद्धि सागे लेकर,
म्हारे घरा आओ,
काम कोई भी करने से पहले,
पड़े थारी दरकार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
चंदन की चौकी पर म्हे,
थाने बिठावा,
तिलक लगावा ‘भक्ता’,
हार पहनावा,
मोदक लड्डूवा को भोग लगावा,
कर लीजो स्वीकार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
गौरी नंदन थारो अभिनंदन,
करे सारो परिवार,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो,
गजानन आन पधारो,
लड़ावा लाड़ मैं थारो ॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
ॐ जय श्री श्याम हरे, बाबा जय श्री श्याम हरे ।
खाटू धाम विराजत, अनुपम रूप धरे॥
श्री रामचन्द्र कृपालु भजु मन,हरण भवभय दारुणम्।
नव कंज लोचन, कंज मुख कर, कंज पद कंजारुणम्॥
आरती कीजै श्री रघुवर जी की, सत् चित् आनन्द शिव सुन्दर की।
दशरथ तनय कौशल्या नन्दन, सुर मुनि रक्षक दैत्य निकन्दन।