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घनश्याम तुम ना आये,
जीवन ये बीता जाये ॥
तेरा वियोग प्यारे,
अब तो सहा ना जाये,
एक बार आ भी जाओ,
बैठे हो क्यो छिपाये,
घनश्याम तुम ना आए,
जीवन ये बीता जाये ॥
मैं ढूढ़ती थी दर दर,
पर तुम नजर ना आये,
मुझे क्या पता था मेरे,
इस दिल में हो समाये
घनश्याम तुम ना आए,
जीवन ये बीता जाये ॥
जीवन की संध्या बेला,
अब आ चुकी हैं प्रीतम,
उस वक़्त आ भी जाना,
जब प्राण तन से जाये,
घनश्याम तुम ना आए,
जीवन ये बीता जाये ॥
घनश्याम तुम ना आये,
जीवन ये बीता जाये ॥
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