घर में पधारो गजानन जी(Ghar Me Padharo Gajanan Ji)

घर में पधारो गजाननजी,

मेरे घर में पधारो

रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


राम जी आना,

लक्ष्मण जी आना

संग में लाना सीता मैया,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


ब्रम्हा जी आना,

विष्णु जी आना

भोले शशंकर जी को ले आना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


लक्ष्मी जी आना,

गौरी जी आना

सरस्वती मैया को ले आना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥


विघन को हारना,

मंगल करना,

कारज शुभ कर जाना,

मेरे घर में पधारो ॥

॥ घर में पधारो गजाननजी ॥

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कब है गणेश जयंती

प्रत्येक वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश जयंती मनाई जाती है। इसे विनायक चतुर्थी अथवा वरद चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है।

छठ पर्व की पूजा विधि

आस्था, शुद्धता और तपस्या का महापर्व छठ पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष की षष्ठी को मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल के तराई इलाकों में बड़े श्रद्धा भाव से मनाया जाता है।

भानु सप्तमी का व्रत क्यों रखा जाता है

हर माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर यदि रविवार होता है, तो उस दिन भानु सप्तमी मनाई जाती है। मार्गशीर्ष मास में ये विशेष संयोग 08 दिसंबर, रविवार को बन रहा है।

मईया ये जीवन हमारा, आपके चरणों में है(Maiya Ye Jeevan Hamara Aapke charno Me Hai)

मईया ये जीवन हमारा,
आपके चरणों में है,

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