Gokul Ki Har Gali Mein Mathura Ki Har Gali Me Lyrics (गोकुल की हर गली मे, मथुरा की हर गली मे)

गोकुल की हर गली मे,

मथुरा की हर गली मे ॥


गोकुल की हर गली मे,

मथुरा की हर गली मे,

कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,

दुनिया की हर गली मे ॥


गोकुल गया तो सोचा,

माखन चुराता होगा,

या फ़िर कदम्ब के नीचे,

बंसी बजाता होगा,

गोकुल की हरगली मे,

ग्वालिन की हर गली मे,

कृष्णा को ढूँढ़ता हूँ,

दुनिया की हर गली मे ॥


शायद किसी बहन की,

साड़ी बढ़ाता होगा,

या फिर वो बिष का प्याला,

अमृत बनाता होगा,

भक्तो की हर गली मे,

प्रेमी की हर गली मे,

कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,

दुनिया की हर गली मे ॥


ढूंढा गली गली में,

खोजा डगर डगर में,

मुझको मिला कन्हैया,

दिल वालो की गली में,

गुजरी की हर गली में,

प्रेमी की हर गली मे,

कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,

दुनिया की हर गली मे ॥


गोकुल की हर गली मे,

मथुरा की हर गली मे,

कान्हा को ढूँढ़ता हूँ,

दुनिया की हर गली मे ॥

........................................................................................................
प्रभु! स्वीकारो मेरे परनाम (Prabhu Sweekaro Mere Paranam)

सुख-वरण प्रभु, नारायण हे!
दु:ख-हरण प्रभु, नारायण हे!

तीनो लोको में भोले के जैसा: भजन (Tino Loko Mein Bhole Ke Jaisa)

तीनो लोको में भोले के जैसा ॥

होलिका दहन की राख शुभ है या अशुभ?

होलिका दहन बुराई पर अच्छाई की जीत और भक्ति की शक्ति को दर्शाता है। कुछ जगह मान्यता है कि होलिका में राक्षस हिरण्यकश्युप की बहन होलिका जल गईं थीं इसलिए ये अशुभता का प्रतीक है।

कौन हैं ललिता देवी

माता ललिता को समर्पित यह ललिता जयंती हर साल माघ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। दस महाविद्याओं में से एक है माता ललिता। इन्हें राज राजेश्वरी और ‍त्रिपुर सुंदरी भी कहा जाता है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने