है मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,
ये सालासर वाला,
ये मेहंदीपुर वाला,
रोम रोम राम बसाए,
जपत राम की माला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
राम काज करने अवतारे,
राम प्रभु के काज सवारे,
अंजनी पुत्र राम के प्यारे,
सीताराम ह्रदय में धारे,
वीर है बंका तोड़ी गढ़ लंका,
वीर है बंका तोड़ी गढ़ लंका,
लंक जला झट डाला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
हैं मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
बाण लगा जब लक्ष्मण जी को,
पर्वत धोला लाए उठा के,
राम प्रभु को धीर बँधाए,
लक्ष्मण जी के प्राण बचाए,
पवन वेग से उड़ने वाला,
पवन वेग से उड़ने वाला,
अद्भुत रूप निराला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
हैं मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
भक्त पुकारे जब कोई सच्चा,
महाबली जी करते रक्षा,
बहुत पिशाच निकट नहीं आवे,
महावीर जो नाम सुनावे,
प्रकट कृपाला दीनदयाला,
प्रकट कृपाला दीनदयाला,
जग में करे उजाला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
हैं मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
है मतवाला मेरा रखवाला,
लाल लंगोटे वाला,
ये सालासर वाला,
ये मेहंदीपुर वाला,
रोम रोम राम बसाए,
जपत राम की माला,
ओ बाबा मेरा ये सालासर वाला,
ओ बाबा मेरा ये मेहंदीपुर वाला ॥
दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से घर में सौभाग्य, सुख-समृद्धि और संपन्नता बनी रहती है।
साल 2024 में 31 अक्टूबर के दिन दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।
दिवाली का त्योहार 31 अक्टूबर को पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।