है सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण,
तेरे कारण तेरे कारण,
मैया बस तेरे कारण,
मेरे घर में मौज बहार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
मैया मेरी ये फुलवारी,
तुम ही इसकी पालनहारी,
मेरा सुखमय है संसार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
फूल खिले मेरे आँगन में,
पले बड़े तेरे आँचल में,
मेरा भरा हुआ भंडार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
सौंप दिया माँ तेरे हवाले,
‘उर्मिल’ को माँ तू ही संभाले,
मुझे मिला तेरा दरबार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
है सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण,
तेरे कारण तेरे कारण,
मैया बस तेरे कारण,
मेरे घर में मौज बहार,
माँ तेरे कारण,
हैं सुखी मेरा परिवार,
माँ तेरे कारण ॥
हर वर्ष फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी।
भारतीय संस्कृति में परंपराओं और विश्वासों का विशेष महत्व है। इसी कारण, हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करना शुभ माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले भी लोग पूजा करते हैं, क्योंकि इसे सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।
देवों के देव महादेव यानी भगवान शिव के कई रूप और अवतार हैं। उनके संहारक स्वरूप को रुद्र कहा जाता है जिसका अर्थ है दुखों को हरने वाला। महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव के 11 रुद्र अवतारों की पूजा का विशेष महत्व है।
भारतीय संस्कृति में परंपराओं और विश्वासों का विशेष महत्व है। इसी कारण, हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करना शुभ माना जाता है। शेयर बाजार में निवेश करने से पहले भी लोग पूजा करते हैं, क्योंकि इसे सकारात्मक शुरुआत का प्रतीक माना जाता है।