हमारे बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
घाटा मेहंदीपुर शुभ धाम,
सारे करते जाके प्रणाम,
यही है भक्तो के सरताज,
जो बालाजी कहलाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
है जिनके प्रेतराज अगवान,
भैरव कोतवाल कप्तान,
पूरण करते सब के काज,
वीर का हुक्म बजाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
चावल बुरा लगता भोग,
करते सवामणि सब लोग,
बजते ढोल शहनाई साज,
राम की महिमा गाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
हो रही जग में जय जयकार,
मेला जुड़ता मंगलवार,
जिन पे शनिदेव को नाग,
अमावस धूम मचाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
हमारे बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है,
पिलाते राम नाम की बूटी,
सभी को मस्त बनाते है,
हमारें बालाजी महाराज,
सभी के कष्ट मिटाते है ॥
दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। दीपावली धन और खुशहाली का प्रतीक भी है।
हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली के पांच दिन घर में उत्सव जैसा माहौल रहता है। इस दिन जहां बच्चों को पटाखे छोड़ने का मौका मिलता है।
सालभर के इंतजार के बाद फिर एक बार दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।
दिवाली का त्योहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। साल 2024 में दिवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।