हमारे भोले बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे,
है भोले प्रेम के भूखे,
लुटा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
माथे पर चंद्रमा सोहे,
गले में सर्पों की माला,
लटों बह रही गंगा,
नहा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
भोले के अंग भभूति है,
कमर में मृग छाला है,
हाथ में डम डम डमरू है,
बजा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
भोले की नंदी की सवारी,
बगल में गौरा महतारी,
गोद में गणपति लाला,
खिला लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
हमारे भोले बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे,
है भोले प्रेम के भूखे,
लुटा लो जिसका दिल चाहे,
हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
इस बार होली 14 मार्च 2025 को एक खास खगोलीय संयोग के साथ मनाई जाएगी। इस दिन न केवल साल का पहला चंद्र ग्रहण लगेगा, बल्कि ग्रहों के राजा सूर्य का मीन राशि में गोचर भी होगा।
चंद्र ग्रहण 2025 के दौरान शनि देव शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं, जो कुछ राशियों के लिए अत्यधिक लाभकारी साबित हो सकता है।
इस साल होली का त्योहार 14 मार्च को मनाया जाएगा। आपको बता दें कि होली के ठीक दो दिन बाद राहु और केतु अपना नक्षत्र बदलेंगे।
ज्योतिष शास्त्र में सूर्य और चंद्र ग्रहण दोनों को बहुत ही अशुभ घटनाएँ माना जाता है। इनका असर न केवल देश-दुनिया पर, बल्कि राशिचक्र की सभी राशियों पर भी पड़ता है।