सारे हार गए जोर लगाई करके,
हनुमान ने कर दिया काम,
चुटकी बजाई करके ॥
सीता को रावण हर लाया,
चिंतित थे श्री राम,
सात समंदर लांघे कैसे,
कौन करे ये काम,
सिया की सुध ल्याया,
लंका जलाई करके,
हनूमान ने कर दिया काम,
चुटकी बजाई करके ॥
शक्ति बाण लगी लक्ष्मण को,
घबराए श्री राम,
कौन है ऐसा वीर,
बचाए लक्ष्मण जी के प्राण,
बचाया लक्ष्मण को,
संजीवन लाए करके,
हनूमान ने कर दिया काम,
चुटकी बजाई करके ॥
भक्तों का ये संकट काटे,
संकट मोचन नाम,
‘सौरभ मधुकर’ बजरंगी का,
सालासर में धाम,
अपने भक्तो को,
गले से लगाए करके,
हनूमान ने कर दिया काम,
चुटकी बजाई करके ॥
सारे हार गए जोर लगाई करके,
हनुमान ने कर दिया काम,
चुटकी बजाई करके ॥
मार्गशीर्ष मास शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी का व्रत विधि- विधान से करने पर भगवान गणेश, रिद्धि-सिद्धि और विद्या का वरदान देते हैं। विनायक चतुर्थी का व्रत 5 दिसंबर को किया जाएगा। इस दिन भगवान गणेश के 12 नामों का जाप करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं।
हिंदू धर्म में विनायक चतुर्थी का व्रत विशेष महत्व रखता है। यह दिन भगवान गणेश की पूजा को समर्पित है। उन्हें विघ्नहर्ता और शुभ फल प्रदान करने वाला देवता माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने और कुछ उपाय अपनाने से जीवन की सभी बाधाएं दूर हो सकती हैं और मनचाही सफलता प्राप्त होती है।
मार्गशीर्ष माह हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना गया है। इस माह में चंद्र दर्शन का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चंद्र दर्शन करने से व्यक्ति के जीवन में शांति और समृद्धि का आगमन होता है। चंद्र देव को मन का कारक और मानसिक संतुलन का प्रतीक माना गया है।
हिंदू धर्म में चंद्र दर्शन को अत्यंत पवित्र और लाभकारी माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्रमा मन के संचालन का कारक होता है। चंद्र दर्शन के दिन चंद्र देव की पूजा करने से मन को शांति, जीवन में समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ज्योतिष के अनुसार कमजोर चंद्रमा वाले जातकों को विशेष रूप से इस दिन व्रत और पूजा करनी चाहिए।