हनुमत के गुण गाते चलो (Hanumat Ke Gun Gate Chalo)

हनुमत के गुण गाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो,

राह में आए जो कोई दुखी,

किरपा सभी पे बहाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो ॥


सारी दुनिया ने ठुकराया,

द्वार पे अर्जी लगाया,

चारों ओर अँधेरा छाया,

तब मैंने तुझको बुलाया,

आशा के दीप जलाते चलो,

किरपा सभी पे बहाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो ॥


भक्तों के हो तुम प्रतिपाला,

संकट मोचन बाला,

गल वैजन्ती माला सुन्दर,

लाल लंगोटे वाला,

सारे जग में है तेरा ही नाम,

किरपा सभी पे बहाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो ॥


चारों ओर है सिर्फ निराशा,

केवल तेरी ही आशा,

मैंने जब जब तुझको पुकारा,

तेरी शरण ही सहारा,

ध्यान लगा के रटते चलो,

किरपा सभी पे बहाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो ॥


हनुमत के गुण गाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो,

राह में आए जो कोई दुखी,

किरपा सभी पे बहाते चलो,

प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो ॥

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ओढ़ो जी ओढ़ो दादी, म्हारी भी चुनरिया (Odhoji Odho Dadi Mhari Bhi Chunariya)

ओढ़ो जी ओढ़ो दादी,
म्हारी भी चुनरिया,

कला साधना पूजा विधि

कला को साधना कहा जाता है , क्योंकि यह केवल मनोरंजन नहीं बल्कि आत्मा की एक गहरी यात्रा होती है। चाहे वह संगीत, नृत्य, चित्रकला, मूर्तिकला, नाटक या किसी अन्य रूप में हो।

वन में चले रघुराई (Van Me Chale Raghurai )

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भोले की किरपा से हमरे, ठाठ निराले है (Bhole Ki Kripa Se Hamare Thaat Nirale Hai)

भोले की किरपा से हमरे,
ठाठ निराले है,

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