हर सांस मे हो सुमिरन तेरा (Har Saans Me Ho Sumiran Tera)

हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा,

तेरि पुजा करते बिते सांझ सवेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


नैनो कि खिड़की से तुमको,

पल पल में निहारु,

मन मे बिठा लु तेरि आरती उतारु,

डाले रहु तेरे चरणों मे डेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


जो भी तेरा प्यारा हो वो,

मेरे दिल का प्यारा हो,

मेरे सर का ताज मेरी आखो का तारा हो,

सब मे निहारु रूप सुनहरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


प्यार हो सत्कर हो एतबार हो तुम्हारा,

सुख भी हो सारे ओर याद हो इशारा,

हो आत्मा पे तेरा हि डेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा,

तेरि पुजा करते बिते सांझ सवेरा,

यु बित जाये जीवन मेरा ॥


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विष्णु सहस्त्रनाम (Vishnu Sahastranam )

ॐ विश्वं विष्णु: वषट्कारो भूत-भव्य-भवत-प्रभुः ।

हरछठ (Har Chhath)

हरछठ या हलछठ पर्व के दिन व्रत रखने से संतान-सुख की प्राप्ति होती है। अब आपके दिमाग में हरछठ व्रत को लेकर कई सवाल आ रहे होंगे। तो आइए आज भक्त वत्सल के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि हरछठ पर्व क्या है और इसमें व्रत रखने से हमें क्यों संतान प्राप्ति होती है?

हनुमत के गुण गाते चलो (Hanumat Ke Gun Gate Chalo)

हनुमत के गुण गाते चलो,
प्रेम की श्रद्धा बहाते चलो,

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