Logo

हरे राम हरे रामा, जपते थे हनुमाना (Hare Ram Hare Rama Japte The Hanumana)

हरे राम हरे रामा, जपते थे हनुमाना  (Hare Ram Hare Rama Japte The Hanumana)

हरे राम हरे रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


जब केवट ने मुख से,

इस मंत्र के बोल पढ़े,

त्रिलोकपति आकर,

केवट की नाव चढ़े ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र की महिमा को,

भिलनी ने जान लिया

रघुवर खुद घर आए,

कितना सम्मान किया ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र से हनुमत ने,

सागर को पार किया,

उस कपटी रावण की,

लंका को उजाड़ दिया ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


इस मंत्र से हार गया,

रावण सा बलशाली,

इस मंत्र से तुलसी ने,

रामायण लिख डाली ॥


हरे राम हरें रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥


हरे राम हरे रामा,

जपते थे हनुमाना,

इस मंत्र कि महिमा को,

सारे जग ने जाना ॥

........................................................................................................
नारद जयंती की कथा

हिंदू धर्म के महान ऋषि और भगवान विष्णु के परम भक्त, नारद मुनि की जयंती को 'नारद जयंती' के रूप में मनाया जाता है। यह दिन वैषाख मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा को पड़ता है, जो इस साल 13 मई को है।

वृषभ संक्रांति 2025 तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, वृषभ संक्रांति एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना है, जब सूर्य देव एक राशि से निकलकर अगली राशि में प्रवेश करते हैं। वृषभ संक्रांति उस दिन को कहा जाता है जब सूर्य मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश करते हैं।

एकदंत संकष्टी चतुर्थी तिथि

प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में सुख, सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।

तेलुगु हनुमान जयंती

हनुमान जयंती का पर्व भगवान हनुमान के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इसे विशेष रूप से आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दक्षिण भारत के अन्य क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया जाता है। हनुमान जी के जन्म की कई कथाएं प्रचलित हैं, लेकिन तेलुगु समाज में इसे वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाने की परंपरा है।

यह भी जाने

संबंधित लेख

HomeAartiAartiTempleTempleKundliKundliPanchangPanchang