हरिद्वार जाउंगी, सखी ना लौट के आऊँगी(Haridwar Jaungi Sakhi Na Laut Ke Aaungi)

सखी हरिद्वार जाउंगी,

हरिद्वार जाउंगी,

सखी ना लौट के आऊँगी,

मेरे उठे विरह में पीर,

सखी हरिद्वार जाउंगी ॥


छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,

भोले तेरी याद में,

छोड़ दिया मैंने भोजन पानी,

भोले तेरी याद में,

मेरे नैनन बरसे नीर,

सखी हरिद्वार जाउंगी ॥


सुंदर सलोनी सूरत पे,

दीवानी हो गई,

अब कैसे धारू धीर सखी,

सखी हरिद्वार जाउंगी,

मेरे उठे विरह में पीर,

सखी हरिद्वार जाउंगी ॥


इस दुनिया के रिश्ते नाते,

सब ही तोड़ दिए,

तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर,

सखी हरिद्वार जाउंगी,

मेरे उठे विरह में पीर,

सखी हरिद्वार जाउंगी ॥


नैन लड़े मेरे भोले से,

बावरी हो गई,

दुनिया से हो गई अंजानी,

सखी हरिद्वार जाउंगी,

मेरे उठे विरह में पीर,

सखी हरिद्वार जाउंगी ॥


........................................................................................................
गौरी नंदन थारो अभिनंदन, करे सारो परिवार (Gauri Nandan Tharo Abhinandan Kare Saro Parivar)

गौरी नंदन थारो अभिनंदन,
करे सारो परिवार,

लक्ष्मी पंचमी के धन लाभ उपाय

हिंदू धर्म में लक्ष्मी जयंती का विशेष महत्व है। दिन में माता लक्ष्मी की विधि रूप से पूजा करने से धन, वैभव, सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है।

बिजनेस शुरू करने की पूजा विधि

हिंदू धर्म में किसी भी नए कार्य की शुरुआत से पहले पूजा करने की एक प्राचीन परंपरा रही है। विशेष रूप से व्यवसाय या दुकान की शुरुआत के समय पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है।

मन बस गयो नन्द किशोर बसा लो वृन्दावन में(Man Bas Gayo Nand Kishor Basalo Vrindavan Mein)

मन बस गयो नन्द किशोर,
अब जाना नहीं कही और,

डिसक्लेमर

'इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।

यह भी जाने