हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली,
जाने वो जिस ने तेरी लगन लगाली,
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली ।
तेरी शरण में जो भी आया,
उसको मिली तेरी करुना की छाया,
बिन मांगे वो सब कुछ पा ले,
जिसने तेरा ध्यान लगाया,
तेरा वचन कभी जाये न खाली,
तेरा वचन कभी जाये न खाली,
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली ।
संकट मोचन हे जग दाता,
तू है सभी का भाग्यविधाता,
ये श्रिष्टि परिवार है तेरा
जन जन से है तेरा नाता,
जग बगिया है तू है माली,
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली ।
शम्भू तेरे खेल निराले,
तेरा लिखा न कोई टाले,
भक्तजनो को अमृत बाँटे,
और खुद पीता विष के प्याले,
तेरी छवि मैंने मन में वसा ली,
तेरी छवि मैंने मन में वसा ली,
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली ।
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली,
जाने वो जिस ने तेरी लगन लगाली,
हे भोले नाथ तेरी महिमा निराली ।
आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की।
त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।
आरति श्रीवृषभानुलली की, सत-चित-आनन्द कन्द-कली की॥
भयभन्जिनि भवसागर-तारिणी, पाप-ताप-कलि-कलुष-निवारिणी,
आरती श्री जनक दुलारी की, सीताजी श्रीरघुवर प्यारी की॥
आरती श्री जनक दुलारी की, सीताजी श्रीरघुवर प्यारी की॥
ॐ जय यमुना माता, हरि ॐ जय यमुना माता।
जो नहावे फल पावे, सुख सम्पत्ति की दाता॥