हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
हर हर भोले नमः शिवाय,
नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
हे शिव शम्भू संकटहर्ता,
विघ्नविनाशी मंगलकर्ता
जिस पर होवे कृपा तुम्हारी,
पल में विपदा दूर हो सारी
तुम सुखसागर हे जगदीश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
देवादिदेव जय महादेवा,
सुर नर मुनि सब करते हैं सेवा
नमः शिवाय मंत्र पंचाक्षर,
जिसने जपा खुश हो गए उस पर
तुम हो दयालु हे भोलेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
बम-बम भोले डमरू बोले,
तुमने द्वार दया के खोले
जो भी आया शरण तुम्हारी,
रक्षक बन गए तुम त्रिपुरारी
त्रिशूलधर हे महाकालेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
ब्रह्मा विष्णु ध्यान लगावे,
वेद पुराण शास्त्र यश गावे
गिरिजापति अनन्त अविनाशी,
आनंददाता विश्वप्रकाशी
तुम सर्वेश्वर हे सोमेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
पूजन किये श्रीराम तुम्हारा,
लंका जीती रावण मारा
दीनानाथ प्रभु सुखदाता ,
औघड़दानी भाग्यविधाता
तुम रामेश्वर हे भक्तेश्वर
हे शिवशंकर हे करुणाकर,
हे परमेश्वर परमपिता
हर हर भोले नमः शिवाय,
नमः शिवाय ओम नमः शिवाय
दीपावली या दिवाली हिंदुओं के सबसे बड़े त्योहारों में एक है। यह त्योहार भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के कई हिस्सों में बसे हिंदुओं के बीच श्रद्धा भक्ति और हर्षोल्लास से मनाया जाता है।
पांच दिवसीय दीपावली त्योहार का समापन भाई दूज के साथ होता है। भाई दूज विक्रम संवत हिंदू कैलेंडर में शुक्ल पक्ष के दूसरे चंद्र दिवस पर मनाया जाता है।
दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाने वाला हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार धनतेरस या धनत्रयोदशी कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को आता है।
नरक चतुर्दशी, रूप चौदस या छोटी दिवाली एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है जो दिवाली के एक दिन पहले मनाया जाता है। यह त्योहार मृत्यु के देवता यमराज को समर्पित है।