हिम्मत ना हारिए, प्रभु ना बिसारिए(Himmat Na Hariye, Prabhu Na Bisraiye)

हिम्मत ना हारिए,

प्रभु ना बिसारिए ।

हँसते मुस्कुराते हुये,

जिंदगी गुजारिए ॥


काम ऐसे कीजिये कि,

जिनसे हो सब का भला ।

बातें ऐसे कीजिये,

जिमनें हो अमृत भरा ।

मीठी बोली बोल सबको,

प्रेम से पुकारिए ।

कड़वे बोल बोलके ना,

जिंदगी बिगाड़िए ॥


अच्छे कर्म करते हुये,

दुःख भी अगर पा रहे ।

पिछले पाप कर्मों का,

भुगतान वो भुगता रहे ।

सद्गुरु की भक्ति करके,

पाप को मिटाइए ।

गल्तियों से बचते हुये,

साधना बढ़ाइए ॥


हिम्मत ना हारिए,

प्रभु ना बिसारिए ।

हँसते मुस्कुराते हुये,

जिंदगी गुजारिए ॥


हृदय की किताब पर,

ये बात लिख लीजिए ।

बनके सच्चे भक्त सच्चे,

दिल से अमल कीजिये ।

करके अमल बनके कमल,

तरिए और तारिए ।

जग में जगमगाती हुई,

जिंदगी गुजारिए ॥


हिम्मत ना हारिए,

प्रभु ना बिसारिए ।

हँसते मुस्कुराते हुये,

जिंदगी गुजारिए ॥


मुश्किलों मुसीबतों का,

करना है जो खात्मा ।

हर समय कहना तेरा,

शुक्र है परमात्मा ।

फरियादें करके अपना,

हाल ना बिगाड़िए ।

जैसे प्रभु राखें वैसे,

जिंदगी गुजारिए ॥


हिम्मत ना हारिए,

प्रभु ना बिसारिए ।

हँसते मुस्कुराते हुये,

जिंदगी गुजारिए ॥

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कैसे दर आऊं,
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