राधा कृष्ण ने मिल कर खेली बरसाने की होली,
संग किशन के ग्वाल सखा है सखियाँ राधा टोली,
होली रे होली बरसाने की होली ॥
हाथो में लेके रंगो गुलाल मोहन ने रंग डाले राधा के गाल,
राधा की होली थी सच मुच् कमाल श्याम रंग वाले को कर डाले लाल,
धूम धड़का खूब मची है मस्त मलंग हर टोली टोली,
होली रे होली बरसाने की होली ॥
लाली मेरे लाल की मैं चित देखु तित लाल,
लाली देखन मैं चली मैं भी हो गई लाल ॥
नैनो से बाते करे नंग लाल मुश्का के राधा रानी करती कमल,
आज नहीं मन में है कोई मिलाल वैसा बरसाने में जैसे हो लाल,
धूम धड़का खूब मची है मस्त मलंग हर टोली टोली,
होली रे होली बरसाने की होली ॥
मैं शरण पड़ा तेरी चरणों में जगह देना,
गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना ।
बाबा थारी मोरछड़ी,
घूमे करे कमाल ।
ज्ञान का दान ही, सबसे बड़ा हैं
जिसे कोई न लूटे
घुमतड़ा घर आवो,
ओ म्हारा प्यारा गजानन,