रंगी गुब्बारो से मंडप सजाया है,
मिशरी मावे का एक केक मंगाया है,
इसको चखेगा श्याम तू तू तू तू,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू श्याम,
भक्त बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू ॥
एक बरस पूरा हुआ इंतज़ार का
आया है जन्मदिन मदन मुरार का,
भादो की अष्टमी है मौसम बहार का,
सपना हुआ है पूरा दिल बेकरार का,
अब कैसे चुप मैं रहु रहु रहु रहु,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू,
हम सब बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू श्याम,
भक्त बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू ॥
तोहफा तुम्हारे लिए कुछ भी ना लाए है,
दर्शन दिखाते रहना कहने यह आए है,
प्राण हुमारा है तू ओह रे साँवरिया
तुमको लग जाए श्याम मेरी उमरियाँ
इसके सिवा और क्या तुझको दूं दूं दूं दूं,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू,
हम सब बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू श्याम,
भक्त बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू ॥
दुनियाँ दीवानी तेरे पीछे तो मेला है,
इस जब मैं श्याम तेरा ‘लक्खा’ अकेला है
मुझसे निभाते रहना बस अपनी यारी को,
भूल ना जाना श्याम अपने बिहारी को,
और समझाऊं ज्यादा क्यों क्यों क्यों क्यों,
हम सब बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू श्याम,
भक्त बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू ॥
रंगी गुब्बारो से मंडप सजाया है,
मिशरी मावे का एक केक मंगाया है,
इसको चखेगा श्याम तू तू तू तू,
हम सब बोलेंगें हैप्पी बर्थ डे टू यू,
हम सब बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू श्याम,
भक्त बोलेंगे हैप्पी बर्थ डे टू यू ॥
बड़ा है दयालु भोले नाथ डमरू वाला,
जिनके गले में विषधर काला,
दिवाली के पांचवें दिन मनाए जाने वाले त्योहार लाभ पंचमी का हिंदू धर्म अत्याधिक महत्व है। इस पर्व को गुजरात में विशेष तौर पर मनाया जाता है।
गोपाष्टमी एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जो भगवान कृष्ण के गौ-पालन और लीलाओं की याद दिलाता हैं। गोपाष्टमी दो शब्दों से मिलकर बना है, जिसमें गोप का अर्थ है "गायों का पालन करने वाला" या "गोपाल" और अष्टमी का अर्थ हैं अष्टमी तिथि या आठवां दिन।
अंजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो,