हम तुम्हारे तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे,
जान से प्यारे हमें,
जान से प्यारे हमें,
लगने लगे हो सांवरे,
हम तुम्हारें तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे ॥
जब से देखा है तुम्हे,
दिल को कोई जंचता नहीं,
लाख समझाया इसे पर,
दिल तेरे बिन लगता नहीं,
इस कदर रग रग में मेरी,
इस कदर रग रग में मेरी,
बस गए हो सांवरे,
हम तुम्हारें तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे ॥
बिन तुम्हारे इस जहा में,
और कुछ भाता नहीं,
बिन तुम्हें देखे कन्हैया,
चैन अब आता नहीं,
जाने कैसा जादू मुझ पर,
कर गए हो सांवरे,
हम तुम्हारें तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे ॥
लग गई जो प्रीत दिल की,
अब छुड़ाए छूटे ना,
बांधी ऐसी प्रीत तुम संग,
अब कभी ये टूटे ना,
ऐसे मन मंदिर में मेरे,
बस गए हो सांवरे,
हम तुम्हारें तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे ॥
हम तुम्हारे तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे,
जान से प्यारे हमें,
जान से प्यारे हमें,
लगने लगे हो सांवरे,
हम तुम्हारें तुम हमारे,
बन गए हो सांवरे ॥
इस वर्ष शारदीय नवरात्रि तीन अक्टूबर से प्रारंभ हो रही है। मान्यता है कि हर साल मैय्या नवरात्रि में एक विशेष वाहन या आसन पर विराजमान होकर आती है और इनका अपना धार्मिक महत्व है।
देवी आराधना के पावन पर्व नवरात्रि में नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है। नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-उपासना से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं।
दस महाविद्याओं में से तांत्रिकों की मुख्य देवी के रूप में तारा की आराधना का विधान हैं।
देवी अवतार के दस महाविद्याओं का संबंध भगवान विष्णु के दस अवतारों से है। इन्हीं में वैभव और ऐश्वर्य की देवी शताक्षी और शाकम्भरी नाम से प्रसिद्ध भुवनेश्वरी देवी भी है।