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जबलपुर में काली विराजी है(Jabalpur Mein Kali Viraji Hai)

जबलपुर में काली विराजी है(Jabalpur Mein Kali Viraji Hai)

जबलपुर में काली विराजी है,

तरसे मोरी अंखियां,

दे दर्शन इस लाल को,

जो आऊं तोरि दुअरिया ॥


अरे भगतन खो दर्शन देबे ले लाने,

गढ़ा फाटक में देवी दिखानी है,

जबलपुर में काली विराजी है,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥


अरे रोगी खों काया,

निर्धन खो माया,

देती मात भवानी है,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥


अरे दानव दलन करे,

दुष्टों खों मारे,

ऐसी मां कल्याणी है,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥


अरे तू ही शारदा,

तू ही भवानी,

तू जग की रखवाली है,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥


अरे हाथ जोर सब,

अर्जी लगावें,

द्वारे पे सब नर नारी हैं,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥


अरे भगतन खो दर्शन देबे ले लाने,

गढ़ा फाटक में देवी दिखानी है,

जबलपुर में काली विराजी हैं,

जबलपुर में काली विराजी हैं ॥

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10 April 2025 Panchang (10 अप्रैल 2025 का पंचांग)

आज 10 अप्रैल 2025 चैत्र माह का पच्चीसवां दिन है और आज इस पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष तिथि त्रयोदशी है। आज गुरूवार का दिन है। इस तिथि पर वृद्धि योग रहेगा।

चैत्र नवरात्रि: मां कालरात्रि की कथा

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की साधना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कालरात्रि अपने भक्तों के जीवन से अंधकार और अज्ञान को समाप्त करती हैं और उन्हें शक्ति प्रदान करती हैं।

चैत्र नवरात्रि आठवें दिन की पूजा विधि

चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप महागौरी की पूजा की जाती है। देवी महागौरी को शक्ति, समृद्धि और पवित्रता का प्रतीक कहा गया है। मां का नाम उनके रंग के आधार पर रखा गया है, जो अत्यंत ही शुभ और तेजस्वी हैं।

चैत्र नवरात्रि: मां महागौरी की कथा

चैत्र नवरात्रि की दुर्गाष्टमी के दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है, जो मां दुर्गा का आठवां स्वरूप है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दुर्गाष्टमी पर मां महागौरी की पूजा-अर्चना, साधना करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही, जीवन में सुख शांति और समृद्धि बनी रहती है।

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