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जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती, आता बजरंग बाला (Jahan Ram Ki Charcha Hoti Aata Bajrang Bala)

जहाँ राम की चर्चा होती,

आता बजरंग बाला,

मेरा बजरंग बाला,

ओ मेरा बजरंग बाला,

राम नाम की धुन में नाचे,

होके ये मतवाला,

मेरा बजरंग बाला हो,

मेरा बजरंग बाला ॥


राम नाम की माला,

हर दम मेरा बाला जपता,

राम नाम को लेकर,

हर काम को पूरा करता,

चुटकी में हर काम को करता,

मेरा बजरंग बाला,

मेरा बजरंग बाला हो,

मेरा बजरंग बाला ॥


लक्ष्मण की जी की मुरछा से जब,

राम का मन घबराया,

संजीव बूटी लाकर के,

लक्ष्मण का प्राण बचाया,

सीता माँ का पता लगाके,

सारी लंका को जलाया,

मेरा बजरंग बाला,

मेरा बजरंग बाला हो,

मेरा बजरंग बाला ॥


भूत पिसाच निकट नहीं आवे,

जब हनुमत नाम उचारा,

भक्त शिरोमणि राम दुलारा,

पूजे जग इन्हें सारा,

‘मिट्ठू’ केसरी नंदन ये तो,

लाल लंगोटे वाला,

मेरा बजरंग बाला,

मेरा बजरंग बाला हो,

मेरा बजरंग बाला ॥


जहाँ राम की चर्चा होती,

आता बजरंग बाला,

मेरा बजरंग बाला,

ओ मेरा बजरंग बाला,

राम नाम की धुन में नाचे,

होके ये मतवाला,

मेरा बजरंग बाला हो,

मेरा बजरंग बाला ॥


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दिवाली पर मां लक्ष्मी को लगाएं ये भोग

दीपावली का पर्व हिंदू धर्म में सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। दीपावली धन और खुशहाली का प्रतीक भी है।

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हिंदू धर्म में दिवाली का त्योहार पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है। दीपावली के पांच दिन घर में उत्सव जैसा माहौल रहता है। इस दिन जहां बच्चों को पटाखे छोड़ने का मौका मिलता है।

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सालभर के इंतजार के बाद फिर एक बार दिवाली का पर्व पूरे देशभर में धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि के दिन दिवाली का पावन पर्व मनाया जाता है।

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