जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जब लगे पाप धरती पे बढ़ने तभी,
आके दुष्टो को तुमने संहारा तभी,
राम बनकर के मारे रावण को कभी,
प्राण कंस के हरना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जब लगे तुम सखाओ के संग खेलने,
आ गए देव सारे ये पल देखने,
गेंद जाकर गिरी कालियादेह में,
नाग नथकर के आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
आज तेरा मनाए हम जन्मोदिवस,
सबकी आँखों में तुम ही बसे हो प्रभु,
आके दीदार दे दो घडी के लिए,
तेरा पल भर को आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी मां यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल,
ले के अवतार आना गज़ब हो गया,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी,
तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया,
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
हनुमान जी भगवान श्रीराम के परम भक्त हैं। इसलिए, श्रीराम की पूजा में भी हनुमान जी का विशेष महत्व है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है, क्योंकि वे अपने भक्तों के सभी दुःख और कष्ट हर लेते हैं।
देशभर में रामनवमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इसलिए, राम भक्त पूरे साल इस दिन का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार करते हैं। यह हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है।
सनातन धर्म में श्रीराम का विशेष महत्व है। इसलिए हर साल चैत्र शुक्ल पक्ष के नौवें दिन श्रीराम के निमित्त रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान श्रीराम का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को हुआ था।
होली का त्योहार एकता, आनंद और परंपराओं का एक भव्य उत्सव है। इसलिए, इसकी धूम पूरी दुनिया में है। दिवाली के बाद यह दूसरे सबसे महत्वपूर्ण त्योहार के रूप में जाना जाता है।