जय जय देवा जय गणपति देवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,
मूषक आपकी सवारी है देवा,
माता है गौरी, पिता महादेवा,
जय जय देवा ॥
एक दन्त दयावन्त चार भुजाधारी,
लड्डुअन का भोग लगे मूसे की सवारी,
भोग लगता मोदक और मेवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,
जय जय देवा ॥
सबसे पहले होता है आपका पूजन,
गणपति बप्पा पुकारे सारे भक्तजन,
ऋषि मुनि संत भक्त करे सेवा,
माता है गौरी पिता महादेवा,
जय जय देवा ॥
भोले में तेरे दर पे,
कुछ आस लिए आया हूँ ,
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला ॥
भोले ओ भोले आया दर पे,
मेरे सिर पे,
भोले शंकर मैं तुम्हारा,
लगता नहीं कोई,